मधुबाला की बायोग्राफी
मधुबाला (14 फरवरी, 1933 – 23 फरवरी, 1969) बॉलीवुड की स्क्रीन पर धूम मचाने वाली सबसे खूबसूरत अभिनेत्रियों में से एक हैं। उन्होंने भारतीय फिल्म उद्योग में अविश्वसनीय योगदान दिया है। फिल्म इंडस्ट्री में मधुबाला को ‘वीनस’ नाम से भी पुकारा जाता था। मुमताज जहां बेगम देहलवी के रूप में जन्मी मधुबाला पश्तून मुस्लिम परिवार की पांचवीं संतान थीं। उनके पिता का नाम अताउल्लाह और माता का नाम आयशा बेगम था। बचपन से ही उनके दिल में छेद था। इस बीमारी की वजह से डॉक्टरों ने उन्हें ज्यादा से ज्यादा आराम की सलाह दी थी, लेकिन घर की परेशानियों के चलते उन्हें कम उम्र में ही काम शुरू करना पड़ा।
मधुबाला ने फिल्म बसंत से अपने एक्टिंग करियर की शुरुआत की थी। इसके बाद धीरे-धीरे उनकी लोकप्रियता बढ़ती चली गई। मधुबाला की खूबसूरती के चर्चे देश ही नहीं बल्कि विदेशों तक थे। कहा जाता है कि हॉलीवुड के मशहूर निर्देशक फ्रैंक कापरा मधुबाला को फिल्म में कास्ट करना चाहते थे। हालांकि, मधुबाला इसके लिए राजी नहीं हुईं।
मधुबाला ने एक बाल कलाकार के रूप में भारतीय फिल्म उद्योग में प्रवेश किया। उस समय उन्हें बेबी मुमताज के नाम से जाना जाता था। मुमताज ने अपनी पहली फिल्म बसंत (1942) में शानदार अभिनय किया। देविका रानी उनके अभिनय और प्रतिभा से चकित रह गईं और उन्होंने उनका नाम बदलकर मधुबाला रख दिया।
यह विडंबना ही है कि करोड़ों भारतीयों के दिलों पर राज करने वाली इस स्टार का दिल जीवन में एक या दो बार नहीं, बल्कि कई बार टूटा। मधुबाला की खूबसूरती उनके अभिनय कौशल पर लगभग हावी हो गया क्योंकि जैसा कि गायिका लता मंगेशकर ने एक बार कहा था, मधुबाला को वास्तव में अपने सुंदरता की परवाह नहीं थी। “वह हमेशा गर्मजोशी से भरी और मिलनसार थी। हालाँकि सभी ने उनकी लुभावनी सुंदरता पर जोर दिया, लेकिन उन्होंने कभी भी अपने सुंदरता को गंभीरता से नहीं लिया, ”लता मंगेशकर ने याद किया। वास्तव में, यह मंगेशकर के गीत ‘आएगा आनेवाला’ थी जिसने मधुबाला के आकर्षण को बढ़ाया।
उनकी बहन मधुर भूषण ने एक बार खुलासा किया था। “आपा को सबसे पहले प्रेम नाथ से प्यार हुआ। यह रिश्ता छह महीने तक चला। यह धर्म के आधार पर टूटा। उसने उससे धर्म परिवर्तन करने के लिए कहा और उसने इनकार कर दिया।
फिर मधुबला कि मुलाकात दिलीप कुमार से हुई उसके बाद उनका रिश्ता प्यार में बदल गया, नौ साल बाद दोनों के रिश्ते में कड़वाहट आने लगी। कहते है उनके रिश्ते में दूरी की वजह उनके पिता अत्ताउल्ला खान थे।
इससे मधुबाला बेहद टूट गईं और उनकी बहन मधुर ने उन दिनों को याद किया जब अभिनेता ने रोते हुए रिश्ते को फिर से जोड़ने की कोशिश में थी। ”अपने पिता को छोड़ दो और मैं तुमसे शादी कर लूंगा।” वह कहती थी, ‘मैं तुमसे शादी करूंगी लेकिन बस घर आओ, सॉरी कहो और पिता को गले लगाओ।’ यह ज़िद थी जिसने उनके प्यार को नष्ट कर दिया। लेकिन मेरे पिता ने उनसे कभी भी सगाई तोड़ने के लिए नहीं कहा और न ही कभी माफी मांगने की मांग की,’ मधुर ने याद किया।
दिलीप कुमार के साथ अफेयर के बाद मधुबाला की मुलाकात गायक किशोर कुमार से हुई थी। गायक ने भी तब तक अपनी पहली पत्नी रूमा गुहा ठाकुरता को तलाक दे दिया था। किशोर कुमार और मधुबाला ने चलती का नाम गाड़ी और हाफ टिकट जैसी फिल्मों में साथ काम किया था और एक-दूसरे के करीब आ गए थे। धीरे-धीरे दोनों में प्यार हो गया और एक दिन किशोर कुमार ने मधुबाला को शादी के लिए प्रपोज किया और मधुबाला ने तुरंत ‘हां’ कह दिया।
दिल की बीमारी के अलावा मधुबाला को कई अन्य रोगों ने जकड़ रखा था। उनके फेफड़ों में भी समस्या थी। इसके अलावा उनके शरीर में ज्यादा खून बनने लगा था, जो नाक और मुंह से बाहर आने लगता था। डॉक्टरों ने उन्हें आराम की सलाह दी, लेकिन उन्होंने फिर भी काम जारी रखा। फिल्म मुगल-ए-आजम की शूटिंग के दौरान उनकी सेहत में ज्यादा गिरावट आने लगी।
भारी जंजीरों से खुद को बांधकर उन्हें शूटिंग करनी पड़ती थी, जिसकी वजह से दिन-ब-दिन उनकी तबीयत खराब होती चली गई। मधुबाला को उनकी बीमारियों ने इस कदर जकड़ लिया था कि नौ सालों तक वो बिस्तर पर ही पड़ी रहीं। बीमारी के दिनों में किशोर कुमार भी एक्ट्रेस को कभी कभार ही देखने जाया करते थे और मधुबाला का ज्यादातर समय अकेलेपन में रोते हुए ही कटता था। इसके बाद 23 फरवरी 1969 को महज 36 साल की उम्र में उन्होंने दुनिया को अलविदा कह दिया।